Table of Contents
40 बेस्ट बिजनेस आइडिया जो गाँव में कर सकते है | Village business ideas in hindi, मिनी फ्लोर मिल का बिजनेस, दुग्ध उत्पादन का बिजनेस आदि।
गाँव के सभी लोग हमेश यह सोचते रहते है, सभी बिजनेस सिर्फ शहर में है गाँव में नहीं है। जबकि अब गाँव में भी बिजनेस करके अच्छे से कमाई की जा सकता है।
गाँव में कौन सा बिजनेस करूँ?
प्राचीन समय में लोग समझते थे, की बिजनेस या नौकरी सिर्फ शहर में ही है। परंतु पहले लोग कम पढे लिखे होते थे जिसके कारण वे सब नौकरी को सिर्फ बिजनेस नौकरी मानते थे।40 बेस्ट बिजनेस आइडिया जो गाँव में कर सकते है | Village business ideas in hindi
40 बेस्ट बिजनेस आइडिया जो गाँव में कर सकते है | Village business ideas in hindi
गाँव में पहले लोग सिर्फ खेती का कार्य करते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब लोग पढ लिखकर लोग खेती या अन्य बिजनेस करके अच्छी कमाई करते है। नौकरी में सिर्फ एक फिक्स्ड वेतन मिलता है, परंतु बिजनेस आप जितन मेहनत कर डाले उतना ही फायदा होगा। इसलिए बिजनेस करके अच्छी कमाई की जा सकती है।
हम आप सबको इस पोस्ट में 40 से अधिक बिजनेस के बारें बताएंगे आप इस पोस्ट को अच्छे से पढे और लाभ ले। 40 बेस्ट बिजनेस आइडिया जो गाँव में कर सकते है | Village business ideas in hindi 2022
₹500000 में कौन स बिजनेस स्टार्ट करें?
मिनी फ्लोर मिल का बिजनेस-:
गाँव में रहकर थोड़े सी लागत में मिनी फ्लोर मिल यानि आटा- चक्की का बिजनेस किया जा सकता है। और इससे ज्यादा कमाई हो सकती है। इसमे 2 से ढाई लाख रुपये की अवश्यकत होगी जिससे यह बिजनेस आसानी से शुरू हो सकता है।
दुग्ध उत्पादन का बिजनेस-:
यह बिजनेस बहुत ही कम लागत एवं अधिक कमाई वाला बिजनेस है। इसके अंतर्गत बिजनेस मैन को ज्यादा ढण खर्च करने की आवश्यकता नहीं होगी। क्योंकि गाँव में किसानों के पास भैंस एवं गाय होती है, जिसका दूध खरीदकर गाँव में फेरी लगाकर एक अच्छा बिजनेस किया जा सकता है।
सबसे ज्यादा कमाई वाला बिजनेस-:
किराना या परचून की दुकान का बिजनेस-:
किराना की दुकान के अंतर्गत आप एक छोटी सी लागत लगाकर एक अच्छी सी कमाई कर सकते है। इस बिजनेस में मात्र न्यूनतम 10000 हजार रुपये एवं अधिकतम जितना आप चाहे लगा सकते हो। यह गाँव का एक बिजनेस आइडिया है।
मत्स्य पालन का बिजनेस-:
इस बिजनेस के अंतर्गत आप गाँव में बने हुए तालाबों में मछली पालन करके मत्स्य उत्पादन का बिजनेस अच्छी तरह से कर सकते है। तालाब में मछली पालन हेतु आप अपने तहसील से अनुमति ले लेना चाहिय जिससे बाद में कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े। मछली को बाजार में ले जाकर अच्छे दामों में बेच सकता है।
सब्जी का बिजनेस-:
गाँव में कम पूंजी या धन खर्चकर सब्जी का एक अच्छा बिजनेस किया जा सकता है। इसके अंतर्गत आप मंडी से कम मूल्यों पर सब्जी खरीदकर गाँव में फेरि लगाकर सब्जी का एक अच्छा बिजनेस किया जा सकता है।
12 महीने चलने वाला बिजनेस-:
फल का बिजनेस-:
सब्जी की ही तरह फल का भी व्यवसाय किया जा सकता है, इसके अंतर्गत आप मंडी से फल खरीदकर चाहे तो आप दुकान लगाकर या गाँव मुहल्ले में जाकर बेच सकते है। इसमें अपको ज्यादा पैसा खर्च करने की भी जरूरत नहीं हा।
मुर्गी पालन का बिजनेस-:
यदि आप चाहे तो गाँव में ही रहकर मुर्गी पालन का व्यवसाय करके अच्छा पैसा कम सकते है। इसके अंतर्गत आप एक छोटे से स्थान मे मुर्गी फॉरम को खोलकर अंडा बिजनेस से लेकर मुर्गे के मांस उत्पादन तक बिजनेस किया जा सकता है।
सूअर पालन का बिजनेस-:
इस बिजनेस को करने के लिए थोड़ा स मुस्किल है। इस बिजनेस को एक विशेष वर्ग के लोग ही कर सकते है। और इसके अंतर्गत भी ज्यादा पूंजी लगाने की जरूरत नहीं है। बहुत ही कम पूंजी में इस बिजनेस को किया जा सकता है।
बकरी पालन का बिजनेस-:
यह बिजनेस सभी लोग कर सकते है, और इस बिजनेस में बहुत ही अच्छी कमाई है। इस बिजनेस में बहुत ज्यादा खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है। इसका बिजनेस करने के लिए आप चाहे तो दस से बीस हजार रुपये में शुरू किया जा सकता है। यह बिजनेस बहुत कमाई वाला है।
टेंट का बिजनेस-:
यह बिजनेस पूरे वर्ष चलने वाला बिजनेस है इस बिजनेस के अंतर्गत आप को एक छोटी सी पूंजी लगाकर इस बिजनेस को अच्छे से कीयक जा सकता है। इस बिजनेस में सिर्फ एक बार पैसा लगता है, और बाद में इससे बहुत अच्छी कमाई होती है। इस बिजनेस में शुरुवात में मात्र 50,000₹ लगाना है और जब बाद में अच्छी इनकम हो तो आप इस बिजनेस को और अधिक क्षेत्र में कर सकते हो।
कपड़ा सिलाई का बिजनेस-:
यह बिजनेस बहुत ही कम खर्च पर शुरू किया जा सकता है, इसके अंतर्गत आप एक सिलाई मशीन लेकर कपड़ों को सिलकर एक अच्छी सी कमाई कर सकते है। और इस बिजनेस को करने के लिए आप को थोड़ी सी जगह चाहिए। इस बिजनेस को करने के लिए आप 5 से 6 हजार रुपये में ही शुरू कर सकते हो।
दोना पत्तल का बिजनेस-:
दोना-पत्तल के बिजनेस में कम लागत में अधिक मुनाफा होता है। इस बिजनेस में आप को एक मैनुफैक्चरिंग की मशीन की आवश्यकता होती है। इस बिजनेस मे एक स्थान की आवश्यकता होती है, जिससे इस बिजनेस को आसानी से किया जा सकता है। दोना- पत्तल की आवश्यकता हमेशा होती यही लोगों को जिससे यह बिजनेस लगातार चलता रहता है।
हर्बल खेती का बिजनेस-:
हर्बल खेती के अंतर्गत आप औषधीय पौधों को लगाकर एक अच्छा कमाई का बिजनेस कर सकते है। इसमे आप एलोवेरा, तुलसी के पौधा, गन्ने की खेत आदि आसानी से करके आप अच्छे से मुनाफा कमा सकते हो।
मजदूर कंस्ट्रक्शन का कार्य-:
बड़े- बड़े प्रोजेक्ट कार्यों मे मजदूर की आवश्यकता होती है। प्रोजेक्ट का मालिक मजदूर किसी ठेकेदार से मांग करता है। जिसके बदले में ठेकेदार मालिक से कमीशन प्राप्त करता है। जिसमें उसका अधिक मुनाफा होता है।20 मजदूर तक लाइसेंस लेने की जरूरत नहीं होती है। इससे अधिक मजदूर रखने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है।
ट्यूशन या कोचिंग का कार्य-:
यदि आप पढे लिखे है, तो आप छोटी कक्षा के बच्चों को ट्यूशन पाढ़कर आप अच्छी कमाई कर सकते है। इस कार्य में आप अपने ही घर पर एक छोटे से रूम् में बच्चों को बैठाकर इस कार्य को कर सकते है। यदि आप चाहे तो अधिक बच्चों को पढ़ाने के लिए जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी से अनुमति लेकर कोचिंग सेंटर चला सकते है। और आपका समाज में सम्मान के साथ-साथ पैसों की भी कमाई हो सकती है।
जनसेवा का बिजनेस-:
गाँव में जनसेवा का बिजनेस बहुत ही तेजी से चल सकता है, इसमें अपको एक कंप्यूटर मशीन, प्रिंटर मशीन की आवश्यकता होगी। आप गाँव में ही लोगों के जाति प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, फ़ोटो कॉपी का कार्य आदि बहुत ही आसानी से कर सकते है।
धूपबत्ती बनाने का बिजनेस-:


अगरबत्ती का बिजनेस-:
गाँव में अगरबत्ती का बिजनेस कम ही लागत में किया जा सकता है। इसे मात्र 13 हजार से ही शुरू किया जा सकता है, बड़े स्तर पर इस बिजनेस को 5 लाख रुपये की लागत लगाकर बहुत ही बड़ा बिजनेस किया जा सकता है। इसमें आप सामग्री के रूप में चारकोल, परफ्यूम, बांस की स्टिक, मशीन आदि सामग्री लगती है।
रेडिमेट कपड़ा का बिजनेस-:
इस बिजनेस के अंतर्गत आप चाहे तो कपड़ा खरीदकर और उसे सिलवाकर बेच सकते है। यदि चाहे तो आप बड़ी होलसेल दुकानों से थोक मूल्य पर खरीदकर उसे गाँव में जाकर फुटकर भाव में बेच सकते है।
कबाड़ का बिजनेस-:
कबाड़ के बिजनेस में गाँव या मुहल्ले में जाकर जो घर में अनुपयोगी समान को खरीदकर बड़ी दुकानों पर जाकर बेच दिया जा सकता है। जैसे-खराब कूलर, पंखा, टीवी, इनवर्टर बैटरी, रद्दी पेपर आदि।
चाय का बिजनेस-:
चाय का बिजनेस में गाँव से अच्छे से किया जा सकता है।गाँव में जहां पर चौराहा हो या यदि किसी रास्ते के किनारे पर छोटी सी दुकान खोलकर इस बिजनेस को किया जा सकता है। इस बिजनेस को कम लागत में ही किया जा सकता है। इस बिजनेस में चाय बनाने का एक पात्र, चीनी, चाय की पत्ती, चाय के कफ आदि की आवश्यकता होती है।
पान की दुकान का बिजनेस-:
इस बिजनेस को बहुत ही कम पूंजी में शुरू किया जा सकता है। इस बिजनेस को करने के लिए बहुत ही छोटी जगह की आवश्यकता होती है। इस बिजनेस को 2 हजार रुपये में शुरू किया जा सकता है।
साइकिल बनाने का बिजनेस-:
साइकिल बनाने के बिजनेस की शुरुवात बहुत ही कम पूंजी लगभग 2 से 3 हजार में शुरू किया जा सकता है। जैसे- खराब साइकिल को बनाना। पंचर बनाना, यदि कुछ अधिक पूंजी लगा दिया जाय तो नई साइकिल को बेचकर अधिक कमाई की जा सकती है।
फेरी का कार्य-:
जब किसी के पास यदि कम पूंजी हो तो, वह चाहे तो फल, सब्जी, रेडिमेट कपड़े आदि को लेकर गाँव में फेरि लगाकर बिजनेस किया जा सकता है।
आचार बनाने का बिजनेस-:
भारत ही नहीं पूरे देश के प्रत्येक घर में आचार का उप योग किया जाता है। आचार का बिजनेस आप चाहे तो बहुत ही कम पूंजी में शुरू कर सकते है। इसके अंतर्गत आप आम, गाजर,मूली। गोभी, प्याज, लहसुन आदि। मसले के रूप में हल्दी, मिर्च, धनिया, इलायची आदि मिलाकर बहुत ही टेस्टी आचार बनाकर बिजनेस कर सकते हो।
घर के मसाले का बिजनेस-:
घर में किसी भी स्वादिष्टि व्यंजन बनाने के लिए मसाले का उपयोग किया जाता है। यदि की भी पकवान में मसाला न पड़े तो वह बेस्वाद हो जाता है। इस व्यवसाय को आप छोटी सी पूंजी लगाकर शुरू किया सकता है। इसमे खड़ी हल्दी, धनिया, मिर्च, इलायची, तेजपत्ता, जायफल आदि का उपयोग होता है। इस सबको मशीन में पिसवाकर मिकचर बनाकर गाँव में एवं अन्य जगह इसका व्यवसाय किया जा सकता है।
बर्तन बेचने का बिजनेस-:
किसी भी घर में भोजन बनाने या अन्य किसी खाने वाली वस्तु को बनाने में बर्तन की आवश्यकता होती है। बर्तन बेचने के बिजनेस में कम पूंजी लगाकर भी शुरू किया जा सकता है। गाँव में जाकर एक स्थान पर दुकान लगाकर या गाँव में फेरी लगाकर इसका बिजनेस किया जा सकता है।
पनीर बनाकर बेचने का बिजनेस-:
गाँव हो या शहर किसी शादी में या त्योहार उत्सव में पनीर की आवश्यकता होती है। जिसे खरीद कर ही प्रयोग किया जा सकता है। दूध अन्य खाद्य वस्तु बनाई जा सकती है।
मिठाई का बिजनेस-:
मिठाई का बिजनेस कम पूंजी लगकर शुरू किया जा सकता है। इस व्यवसाय में मिठाई बनाने के लिए चीनी, कढ़ाई, पलटने के लिए चिममच आदि। मिठाई बनाकर गाँव या कस्बा में ले जाकर बेच सकते है।
लांड्री का बिजनेस-:
गाँव में कपड़ा धुलने की दुकान खोलकर या लांड्री खोलकर इस बिजनेस को किया जा सकता है। इस बिजनेस को छोटी सी लागत लगाकर या मशीन खरीद कर किया जा सकता है।
बाइक सर्विस की दुकान-:
आज के समय में लगभग सभी के पास मोटर साइकिल है, जिसकी सर्विस या मरम्मत करके अच्छा से कमाया जा सकता है। इस व्यवसाय में गाड़ी की सर्विस करने के लिए कुछ यंत्र की आवश्यकता होती है। जिसे खरीदकर इस बिजनेस को किया जा सकता है।
हेयर सैलून का बिजनेस-:
जब किसी व्यक्ति के बाल बढ़ जाते है, तो उसे कटवाने के लिए नाई की दुकान पर जाकर कटवाता है। यह व्यवसाय बहुत ही कम पूंजी में शुरू किया जा सकता है। इस व्यवसाय में बाल काटने कुछ यंत्र की आवश्यकता होगी।
राजगीर का कार्य-:
घर बनाने के लिए हमेशा एक मिस्त्री की आवश्यकता होती है। बिना मिस्त्री के कोई भी घर नहीं बनाया जा सकता है। इस का व्यवसाय करने के लिए बहुत ही कम लागत में शुरू किया जा सकता है। हमेशा घर बनवाने के लिए किसी न किसी मिस्त्री की आवश्यकता होती है।
मनरेगा का कार्य-:
केंद्र सरकार की बहुत ही महत्त्वाकांक्षी मनरेगा( महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना) के अंतर्गत वर्ष में 100 दिन कार्य मिलता है। जिसे करके आसानी से जीवन चलाया जा सकता है।
मोबाइल मरम्मत का बिजनेस-:
आज के समय में हर एक व्यक्ति के पास मोबाइल है। यदि उसका मोबाइल खराब हो जाता है, तो उसे बनवाने के लिए किसी की आवश्यकता पड़ती है। यदि इसका कार्य सीख लिया जाय तो, इसका व्यवसाय करके अच्छी कमाई की जा सकती है।
घड़ी की दुकान का बिजनेस-:
घड़ी की दुकान चालूकर इसका बिजनेस किया जा सकता है। इसमें बहुत ही कम पूंजी लगाकर व्यवसाय किया जा सकता है।
इलेक्ट्रिक समान का बिजनेस-:
आजकल हर व्यक्ति के घर में बिजली के समान का उपयोग होता है। इसलिए इसका बिजनेस करके अच्छी कमाई की जा सकती है। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए थोड़ा अधिक पूंजी की आवश्यकता होती है।
फूलों का बिजनेस-:
आज ही नहीं प्राचीन समय से ही मंदिर में हो या किसी उत्सव में फूलों की आवश्यकता पड़ती है। इसका बिजनेस करने के लिए बहुत ही कम लागत में इसका बिजनेस किया जा सकता है। फूलों को खेती में उगाकर या खरीदकर बिजनेस किया जा सकता है।
कार्पेंटर का कार्य-:
कार्पेंटर का कार्य करके एक अच्छी कमाई की जा सकती है। इसके अंतर्गत लकड़ी के सोफ़े, बेड, खिड़की, पल्ले, कुर्सी मेज आदि को बनाकर बिजनेस किया जा सकता है। इस बिजनेस को करने के लिए आरी, लकड़ी साफ करने का समान की आवश्यकता होती है।
कार्ड प्रिंटिंग का बिजनेस-:
कार्ड प्रिंटिंग का बिजनेस गाँव में बहुत ही तेजी से चल रहा है, क्योंकि आजकल किसी भी एक छोटे से उत्सव में निमंत्रण कार्ड के द्वारा ही दिया जाता है। कार्ड के एक प्रति में लागत मूल्य 2 से 4 रुपये लगता है। और एक कार्ड लगभग 10 से पंद्रह रुपये में बिकता है तो आप खुद ही समझ सकते है, की इसमें कितना फायदा है।
मिट्टी के बर्तन का बिजनेस-:
मिट्टी के बर्तन का बिजनेस थोड़ी सी ही लागत में शुरू किया जा सकता है। इसके अंतर्गत मिट्टी का चिराग, कुल्हड़, खिलौने आदि बनाया जा सकता है। जैसे- मिट्टी के एक चिराग बनाने के लिए कुल लागत 25पैसे का लगता है, और एक चिराग लगभग 2 रुपये में बिकता है, तो आप खुद ही अंदाज लगा सकते हो की कितना लाभ होता है।